सोमवार, 20 जून 2011

इस भगवान से बचके रहना !

धरती के भगवान के रूप में डॉक्टर पहचाने जाते हैं। लेकिन इन दिनों डॉक्टर के महान पेशा को मुट्ठी भर लोग बदनाम करने के फिराक में लगे हुए हैं। इसका एक नमूना छत्तीसगढ़ में देखने को मिला। यहां पर इस महान पेशे से जुड़ने के लिए छात्र अब फर्जीवाड़ा का सहारा लेने की जुगत में जुटे चुके हैं। छत्तीसगढ़ पीएमटी का पर्चा एक ही साल में दो बार लीक होना इसका पुख्ता सुबूत है। बिना पढ़े लिखे लोग डॉक्टर बन रुपये कमाने की फिराक में धांधली करने से बाज नहीं आ रहे हैं। जो लोग फर्जीवाड़े के इस धंधे में शामिल हैं उनमें कुछ डॉक्टर भी शामिल हैं। लोगों के बीच डॉक्टर भगवान की तरह पूजे जाते हैं। साथ ही डॉक्टर्स के पास अकूत धन संपदा भी होती है। इस धन संपदा को डॉक्टर अपनी कड़ी मेहनत के जरिए इकट्ठा करते हैं। धन से परिपूर्ण होने के कारन आधुनिक सुख सुविधा की भी इनके पास कमी नहीं होती है। इसे ही देखकर लोग धरती का भगवान बनना चाहते

हैं लेकिन शार्ट कट तरीके से। लोग बिना मेहनत किए वो सारी सुख अर्जित करना चाहते हैं जो उन्होने डॉक्टर्स के पास देखा है। शार्ट कट के चक्कर में लोग ये भूल बैठते हैं कि कौन सा रास्ता सही है और कौन सा रास्ता ग़लत है। शायद शार्ट कर तरीके से डॉक्टर बने लोग ही इस पेशे को बदनाम करते हैं। जिसकी वजह से आज धरती का ये भगवान बदनाम हो रहा है। और बदनामी देने वालों में उसी बिरादरी के कुछ लोग भी शामिल है। आज जरूरत इस बात की है कि बच्चे इमानदारी से पढ़े और डॉक्टर बनकर इस पेशे को हिमालय से भी ज्यादा उंचाई दें। सूरज से भी ज्यादा चमकदार बनाए और फूर की तरह खुशबूदार बनकर इस संसार को महकाएं। नहीं तो लोग तो यही कहेंगे इस भगवान से बचके रहना...

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